नई दिल्ली। कोरोना वायरस संक्रमण में बड़ी लापरवाही बरतने वाले दिल्ली के निजामुद्दीन स्थित तबलीगी जमात के मरकज में आए 2041 में से 265 विदेशी मूल के नागरिकों को दिल्ली के 19 अलग-अलग जगहों से पकड़ा गया है। इसमें से कुछ को कुछ को जांच के लिए अस्पताल भेजा गया है, जबकि कुछ क्वारंटाइजन सटर भज गए हपकड़ गए विदशा मू सेंटर भेजे गए हैं। पकड़े गए विदेशी मूल के ये लोग ज्यादातर छोटी-बडी मस्जिदों में थे या फिर अपने किसी जानकार के जरिए कमरा लेकर रह रहे थे। दिल्ली पुलिस ने मरकज में आए विदेशियों को पूल प्रहलादपुर, मालवीय नगर, हौजरानी, तुर्कमान गेट, चांदनी महल, वजीराबाद, भलसवा डेयरी, शास्त्री पार्क और वेलकम इलाके से पकड़ा है। इनमें से पुल प्रहलादपुर में दो जगहों से, चांदनी महल में चार जगहों से, वहीं शास्त्री पार्क में दो जगहों से, जबकि वेलकम में तीन जगहों से पुलिस ने इन विदेशियों को बरामद किया है। विदेशियों के साथ थे 18 भारतीय भी-पुलिस के मुताबिक भलसवा डेयरी, चांदनी महल, तुर्कमान गेट और वजीराबाद और पुल प्रह्लादपुर से 18 भारतीयों को भी इन विदेशियों के साथ दबोचा गया है। इसमें से 9 महिलाए भी शामिल हैं। ये सभी मरकज म आए थ। हालाकि माहलाआ म साकतना भारताय है, अभी इसका पता नहीं चल सका है। अस्पताल भेजे जा रहे जांच में जुटी क्राइम ब्रांच ने देश के तकरीबन सभी प्रदेशों की पुलिस को यह आंकड़े साझा कर चुकी है। वहीं तबलीगी जमात के मकरज देश के जिन-जिन इलाकों में हैं, वहां भी छापेमारी कर इन विदेशियों की तलाश की जा रही है। इसमें से जो भी मिल रहे हैं, अस्पताल भेजा रहा है। तीन दिन का था कार्यक्रम - मरकज में उन्हें क्वारनटीन सेंटर और कोरोना के लक्षण होने पर जांच के लिए 15 16 और 17 मार्च को दक्षिण भारतीय रालयों का एक बहा धार्मिक जोड (जलसा) आयोजित किया गया था। इसमें दक्षिण भारतीय राज्यों के अलावा उत्तर भारतीय के 20 अन्य राज्यों के अलावा विदेशों से लोग आए थे। इस दौरान ही कुछ बाहरी लोगों के जरिये संक्रमण फैला जो धीरे-धीरे विकराल रूप धारण कर लिया।
265 विदेशी जमातियों पर कसा शिकंजा, पुलिस ने 19 जगहों से पकड़ा